55000 पारा शिक्षक समान काम समान वेतन से होंगे वंचित
रांची: राज्य के 65000 पारा शिक्षकों के लिए सेवा शर्त नियमावली को लेकर प्रारूप तैयार कर लिया गया है। पारा शिक्षकों के नियमावली में एक बड़ा बदलाव वेटेज के आधार पर मिलेगा वेतनमान। नई नियमावली में बदलाव की जा रही है जिसमें अब टेट पास पारा शिक्षकों को वेटेज दिया जायेगा साथ ही समान काम के समान वेतन दिया जाएगा। जबकि राज्य में JTET पास लगभग 10000 पारा शिक्षक है उसी पारा शिक्षकों को समान काम के समान वेतन देने का प्रवधान की जा रही है।
अगर ऐसा हूबहू पारा शिक्षकों के नियमावली को लागू किया गया तो लगभग 55000 पारा शिक्षक जो है इस लाभ से वंचित हो जाएंगे। 

पारा शिक्षकों को मिला आस्वासन…..

पारा शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल ने पारा शिक्षकों को दी जा रही वेटेज पर असहमति जताई है, और मुख्यमंत्री से भी इस बात को लेकर चर्चा किया गया-मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आश्वासन दिया है कि किसी के साथ अन्याय नहीं किया जायेगा ,सरकार पारा शिक्षकों का है पारा शिक्षकों के हित में फैसला लिया जायेगा। 

According to NCTE Rules :

राज्य के 65000 पारा शिक्षकों को समान काम के समान वेतनमान दिया जाना चाहिए क्योंकि NCTE के नियमों के अनुसार जो शिक्षक दस वर्ष सेवा दिया है ओ TET के समतुल्य ही माने जाते है तो फिर वेतनमान में फर्क नहीं किया जा सकता है। राज्य के कोई भी ऐसा पारा शिक्षक नहीं होगा जो दस वर्ष कार्य पूरा नहीं किया होगा। इस लिए सभी पारा शिक्षकों को सेवा स्थाई करते हुए समान काम के समान वेतनमान दिया जाए। पारा शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया जा सकता है।