झारखंड के पारा शिक्षक 60 वर्ष तक करेंगे नौकरी मुख्यमंत्री की घोषणा


 झारखंड सरकार 65000 पारा शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली लागू करने की तैयारी कर रही है। इसके तहत राज्य के पारा शिक्षकों को बिहार के तर्ज पर 60 वर्ष तक नौकरी कर पाएंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के 2 वर्ष पूरा होने पर 29 दिसंबर को ये घोषणा की जाएगी।
 
राँची: झारखंड सरकार पारा शिक्षकों (Para Teachers) की सेवा शर्त नियमावली लागू करने की तैयारी कर रही है। इसके तहत राज्य के पारा शिक्षकों को बिहार के तर्ज पर 60 वर्ष तक नौकरी कर पाएंगे, साथ ही पेंशन को छोड़कर अन्य सुविधा भी दी जाएंगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के 2 वर्ष पूरा होने पर 29 दिसंबर को ये घोषणा की जाएगी।

बिहार के तर्ज पर मिलेगी सरकारी सुविधाएं:
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की अध्यक्षता में पारा शिक्षकों के लिए बनाई गई उच्चस्तरीय समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया कि बिहार की तर्ज पर शिक्षकों को वेतमान दिया जाएगा। शिक्षकों को प्राइमरी, सेकेंडरी और हाई स्कूल टीचर के आधार पर वेतन मिलेगा। जो 5200-20200 वेतन और ग्रेड पे मिलेगा। इसके अलावा महिला शिक्षकों को मातृत्व अवकाश का लाभ मिलेगा जो 180 दिन की होगी। यानी कि 6 महीने मातृत्व अवकाश दिया जाएगा। और सभी प्रकार की सरकारी सुविधाएं दी जाएगी। वही पारा शिक्षकों को केवल पेंशन का लाभ नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। बिहार मॉडल लागू होने से पारा शिक्षकों को काफी राहत मिलेगी।  पारा शिक्षकों को बेसब्री से 29 दिसंबर का इंतजार है उस दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पारा शिक्षकों को तौफा दे सकते हैं।।